कलाकासा में आपका हार्दिक स्वागत है।हम कलाकसा के माध्यम से आपके लिए लाए है विश्व प्रसिद्ध "थेवा कला"। थेवा कला 400वर्ष पुरानी कला है जो की कांच पर सोने की कला के नाम से विख्यात हैं। कलाकासा "थेवा कला" की अनोखी श्रृंखला के साथ उपस्थित है। जिसमे हम लाए है विभिन्न प्रकार के नेकलेस सेट, अंगूठी, बाजुबंद, रखड़ी,शीश फुल, हाथपोंच, ब्रैंचलेट व अन्य ज्वैलरी।थेवा कला पूरे विश्व में केवल प्रतापगढ़ में ही की जाती है और प्रतापगढ़ के दो थेवा कलाकार कल्पेश व गौरव जो की कलाकासा के फाउंडर है वे डिजिटल दुनिया के माध्यम से सदियों से चली आ रही इस कला को ऊंचाइयों एक ले जाना चाहते है। वे चाहते है आम जनता को इस कला को लेकर भ्रमित न किया जाए और ज्यादा से ज्यादा संख्या तक वे इस कला को पहुंचा सके।कलाकासा का उद्देश्य ये ही की हम आप तक सही कीमत पर सही ज्वेलरी आप तक पहुंचा सके।